Tuesday 24 November 2009

नवां ठाकर कांव खेल करे

सुणतर में हमें पासी गडबड वैवा लागी है, पैला तो ठाकर जीतता ही गोम गोम नवां-नवां ठाकर जै माताजी री लेवा सारू तियार वेता परा। पर हमै नवां ठाकर पेदा वुआ है, अतरू नी हमे तो गोम माती सोरी घणी वेवा लागी। वात १९ नवंबर री है, सुणतर रू जालेरा गांम मा एक राशन री दूकान है। पेला अठै पाल वाळा जगाजी रसपूत रे छोकरा रै नोमे कोठो हतो, पण राज वदलता रबारियो री सिकायत ती वो कोठो वदल ने सातरू वाला रीदा रबारी ने राज ऐ देरायो। वण कोठा माय १९ तारीख रै आधी रात मे १२० बोरी घऊ, पोस बोरी खोड अर सार ड्रम घासलेट कोई सोर ले गिया। हसण वाली वात आ है कि पाए घरो में मनख जागता हुता। वै कै के रातरा एक जीप डाले सार वार फेरा कर आ माल काठयो है, वणोरो कणो आ कै रातरा रीदा रा आदमी वैला अण वास्ते धियान नी दिधों। कियूकी रात मा ऐडो घणी वार वै। सवारडे थोणा में रीदे रबारी रपोट कराई। पण पोस दन हुआ पोलिस कोय नी किदू। पोलिस ने वैम रीदा माथे ही है, अणै ही स कोई गडबड किधु है। राज अणोरो है।
सुणतर रै गोमडों में अण वात रो वायरौ हाळे है। जठै जावा वठै आ ही वात, कोई कै की आ सोरी पाल वाळे कराई कियूकि पैला वणरै कोठो हो। जैडो मुंडो वेडी वात। एक रात मांय सोर एक हागे जीपडी ती सार फेरा किकण करै। सोर एक वार सोरी करे न पासा नी आवता। पण ऐ सोर तो सार वार एक ही ठकोणे पासा आवे न फेरा किधा परा। कतरी हिमत अणेम राज है। पण राज री भूंडाई सब करै। कैवे कि ऊकालियू परू है हमे कावं करणु। अफसर पण केवे कि ऐडू पैला नी देखयू। पोलिस पण कोय नी करती कियूकि वणनेे भी वैम है। खेर देखो अण वात रो कावं खुलासो वे??

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